ज्योतिष में सूर्य ग्रह

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सूर्य ग्रह Sun Planet: ज्योतिष में ग्रहों का महत्वपूर्ण स्थान है। सात ग्रह- सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, बृहस्पति, शुक्र और शनि हैं। दो छाया ग्रह राहु और केतु है। अलग-अलग रूप में हमारे जीवन को प्रभावित करते हैं।

अब हम देखते हैं कि सूर्य ग्रह हमारे जीवन को किस प्रकार से प्रभावित करताहै-

 

सूर्य ग्रह का स्वरूप


हमारी कुंडली का सबसे महत्वपूर्ण ग्रह सूर्य ग्रह हैं। इसको जीवन प्रदाता माना जाता है।

सूर्य अग्नि तत्व का व क्षेत्रीय प्रकृति का ग्रह है। सूर्य एक राशि में लगभग एक महीने तक रहता है और प्रत्येक महीने की 14 या 15 तारीख को राशि परिवर्तन करता है जिसे सूर्य संक्रांति भी कहा जाता है।

सूर्य को ग्रहों का राजा कहा जाता है। सूर्य सबसे चमकीला ग्रह है।

सूर्य जीवन का प्रतिनिधित्व करता है। सूर्य अहंकार और जागरूकता के साथ-साथ शारीरिक ऊर्जा व आत्मा का प्रतीक है।

जातक की कुंडली में सूर्य पिता का प्रतीक है। जिस जातक की कुंडली में सूर्य नीच का होता है उसे पिता का सुख नहीं मिलता या पिता होने पर भी हम से मनमुटाव रहता है। सूर्य तुला राशि में नीच का होता है व मेष राशि में उच्च का होता है।

 

सूर्य ग्रह का शुभ-अशुभ प्रभाव


सरकार का भी प्रतिनिधित्व सूर्य ग्रह करता है। अर्थात जिस जातक की कुंडली में सूर्य शुभ स्थिति में होकर दशम भाव से संबंध रखता है तो जातक की नौकरी का संबंध सरकार से होता है।

जिस जातक की कुंडली में सूर्य अच्छी अवस्था में होता है तब जातक को बहुत कामयाबी मिलती है और वह जातक अपने जीवन में बहुत ही सम्मान पाता है।

उनकी हड्डियाँ मजबूत व आँखों की रोशनी बहुत अच्छी होती है।

जिन जातकों का सूर्य कुंडली में शुभ होता है उनकी नेतृत्व शक्ति बहुत अच्छी होती है बहुत से लोग उनके अधीनस्थ कार्य करते हैं और वह अपना जीवन सम्मान के साथ जीते हैं।

 

अशुभ सूर्य ग्रह का प्रभाव एवं उपाय


परंतु यदि हमें अपने जीवन में इन सभी परिणामों के विपरीत फल की प्राप्ति हो रही है तो हमें समझना चाहिए कि सूर्यदेव हमारी कुंडलीमें अशुभ फल दे रहे हैं। यानी यदि हमें आँखों से और हड्डियों से संबंधित कोई परेशानी हो रही है तो ऐसे में हमारी कुंडली में सूर्य का खराब फल मिल रहा है यदि किसी जातक के अपने पिता से संबंध अच्छे नहीं हैं तो भी यह सूर्यग्रह कीअशुभता की निशानी है। इसके अलावा सूर्य अशुभ वाले जातक को गुस्सा बहुत अधिक आता है जो कि हानिकारक सिद्ध होता है। जिस जातक को सूर्य से संबंधित परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, ऐसी अवस्था में सूर्य के उपाय करने की आवश्यकता होती है ।इस उपाय को करने से सूर्य की अशुभता में कमी आएगी।


सूर्य ग्रह के कुछ सामान्य उपाय इस प्रकार है

तांबे के लोटे में पानी ले इसमें थोड़ी रोली, चावल ,एक चुटकी गुड़ डालकर प्रतिदिन सूर्य को अर्क दें।

ऐसे जातक को अपने पिता के साथ अच्छे संबंध बनाकर रखनी चाहिए और भूलकर भी उनका अपमान न करें।

सूर्य शांति का आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें इससे सूर्य के अच्छे फल प्राप्त होते हैं।

ऐसे जातक को माणिक भूलकर भी धारण नहीं करना चाहिए।

रोज 108 बार सूर्य मंत्र का जाप करना चाहिए।

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