सर्वपितृ अमावस्या

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  • 16th Sep 2020

सर्वपितृ अमावस्या

यह सच्चाई है कि मानव ने जब धरती पर जन्म लिया तो वह कोई ऋण चुकाने आया है, या लेने आया है। इसलिए पितृ ऋण हर मानव की कुंडली में होते हैं। किसी में कम होते हैं तो किसी में बहुत ज्यादा होते हैं। यह ऋण अलग-अलग प्रकार के होते हैं। अगर कोई मानव सूर्य ऋण से पीड़ित है तो यह ऋण उसे  पिता के सुख की कमी देगा, उसे पिता से दूर रखेगा, हो सकता है पिता से मतभेद भी हो। उसे समाज में अपमान का सामना करना पड़ेगा। सरकार से कोई ना कोई परेशानी हमेशा बनी रहेगी। अगर सरकारी नौकरी में है तो नोकरी जाने का डर बना रहेगा। इसी प्रकार अगर कोई जातक पर मंगल का ऋण है तो उसे भाइयों से मित्रों से धोखा प्राप्त होगा।  आपने देखा होगा की घर में मंगल कार्य के समय कोई ना कोई बाधा उत्पन्न होती है यह भी वजह मंगल के ऋण की हो सकती है।

यदि किसी को बुध का ऋण है तो उसे व्यापार मे समस्या बनी रहेगी। बहन या बेटी भी दुखी रह सकती है।

अगर चंद्रमा कारण है तो घर में नकदी की समस्या हमेशा बनी रहेगी। मन अशांत व बेचैन रहेगा। मां के सुख में कमी प्राप्त होगी।

इसमें बृहस्पति का ऋण सबसे महत्वपूर्ण माना गया है बृहस्पति के ऋण के कारण धन, कुटुंब, बुद्धि, शिक्षा, भाग्य एवं व्यापार में लाभ से संबंधित समस्याएं आती हैं।  बृहस्पति के ऋण दोष दूर करने के लिए ब्राह्मण को खाना खिलाना एवं उन्हें पीले वस्त्रों का दान देना शुभ माना जाता है।  क्योंकि बृहस्पति को ब्राह्मण माना गया है लेकिन यदि आपको अपने कुल पुरोहित का पता है जो आपकी कई पीढ़ियों से चले आ रहे हैं आप उन्हें दान दे सकते हैं तो यह अति उत्तम है।

कव्वे को पितरों का संदेश वाहक माना जाता है अगर आपको पितृ तिथि का पता ना हो तो अमावस्या के दिन को कव्वो को भोजन दे सकते हैं। एवं ब्राह्मणों को भोजन करा सकते है।

17 सितंबर 2020 को पितृ पक्ष समाप्त हो रहे हैं। कई ग्रंथों में पितृ पूजन को देवताओं के पूजन से भी अधिक श्रेष्ठ माना है। पितृपक्ष का अंतिम दिन सर्वाधिक महत्वपूर्ण इसलिए भी है क्योंकि यह दिन पितरों की का दिन है इस दिन पितृ गण चंद्रलोक से मृत्यु लोक में अपने वंशजों से श्रद्धा प्राप्त करके उनके लौटने का दिन है पितृ गण आश्विन कृष्ण अमावस्या को लौट जाते हैं।

श्राद्ध पक्ष हमारे द्वारा जाने-अनजाने मे किए गए पापों का प्रायश्चित करने के लिए बनाए गए हैं। श्राद्ध पक्ष में अपने पितरों के लिए दिया गया दान हमें क्षमा दान दिलाता है और हमें बेहतर जीवन जीने का अवसर प्रदान करता है। 

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